खेलों का महाकुम्भ : विश्व ओलम्पिक दिवस

आज ओलम्पिक दिवस पर भारत के तरफ से रजत पदक विजेता  पीवी सिंधू  डिजिटल आयोजन पर वर्कऑउट में हिस्सा लेंगे।

सम्पूर्ण विश्व में खेलों में रूचि रखने वालों  के लिए आज का दिन अत्यंत अनोखा दिवस के रूप में  है। 23 जून, 1894 को पेरिस के सोरबोन में पिएर्रे डी कोबेर्टिन के द्वारा खेल भावना को जागृत करने के लिए इंटरनेशनल ओलम्पिक कमिटी की स्थापना किये।

नेशनल ओलम्पिक कमिटी के 41 वें सत्र में चेक आईओसी डा ग्रस ने स्टॉकहोम इस आयोजन को विश्व ओलम्पिक दिवस मनाये जाने का प्रस्ताव रखे। फिर 42 वें सत्र 1948 में इसे मंजूरी मिली। इसके पूर्व द्वितीय विश्व युद्ध के कारण 1940-1944 में इसका आयोजन नहीं हो सका।

पहली बार 23 जून, 1948 को पुतर्गाल, ग्रीस, स्विट्ज़रलैंड, ग्रेट ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया, कनाडा, उरुग्वे, बेल्जियम ने विश्व ओलम्पिक दिवस को मनाया।

प्रत्येक वर्ष आयोजित और मनाये जाने वाले इस खेलों के महाकुंभ में लगभग सभी प्रकार के खेलों से सम्बंधित प्रतिस्पर्धा होती है लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण 24 घंटे का डिजिटल वर्कआउट का आयोजन हो रहा है जिसमें अपने अपने देश से अलग-अलग खिलाड़ी प्रतिनिधत्व कर रहे हैं।

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