पिछले वर्ष की तुलना में इस परीक्षा परिणाम अच्छे रहे : उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
हाईस्कूल टॉपर्स
हाई स्कूल में बागपत की रिया जैन ने 96 दशमलव 67 फीसद अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरे नंबर पर बाराबंकी के अभिमन्यु वर्मा 95.83 फीसद अंक पाकर रहे। बाराबंकी के ही योगेश प्रताप सिंह तीसरे नंबर पर रहे उन्हें 95.33 फीसद अंक मिले हैं।
इंटरमीडिएट टॉपर्स
इंटरमीडिएट में बागपत के अनुराग मलिक ने पहला स्थान प्राप्त किया उन्हें 97 फीसद अंक प्राप्त हुए हैं। दूसरे नंबर पर प्रयागराज के प्रांजल 96 प्रतिशत अंक पाकर रहे और तीसरे नंबर पर औरैया के उत्कर्ष शुक्ला 94.80 फीसद अंक प्राप्त कर रहे।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस बार 10वीं व 12वीं की परीक्षा में कुल 51,30,481 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 10वीं में 27,44,976 परीक्षार्थी व 12 में 23,85, 505 परीक्षार्थी शामिल रहे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस परीक्षा परिणाम अच्छे रहे।
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम आज घोषित होने जा रहा है। कोरोना के संक्रमण काल में यह परिणाम घोषित होना बड़ी उपलब्धि है। दो करोड़ 96 लाख कॉपियों का को 21 दिनों में जांचना भी बड़ी उपलब्धि है। शर्मा ने कहा कि इस बार नकल विहीन परीक्षा हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। लखनऊ से परीक्षा केंद्रों का लइव मॉनीटरिंग की जा रही थी। इस बात परीक्षा में तकनीक का पूर उपयोग किया गया। इस बार पहली बार इंटरमीडिएट में कंपर्टमेंट की व्यवस्था की गई है। यानी जो उनुत्तीर्ण हुए हैं उन्हें भी फिर उत्तीर्ण होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने इस बार रिकॉर्ड समय में हमने परीक्षा सम्पन्न कराई। हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन तथा इंटरमीडिएट परीक्षा को 15 दिन में पूरा कराया। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए हमने हाईटेक व्यवस्था की थी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस बार 10वीं व 12वीं की परीक्षा में कुल 51,30,481 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 10वीं में 27,44,976 परीक्षार्थी व 12 में 23,85, 505 परीक्षार्थी शामिल रहे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस परीक्षा परिणाम अच्छे रहे।
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने हर तरफ सुचिता का खयाल रखा। इस बार 7783 परीक्षा केंद्र बनाए गए है, वर्ष 2017 की अपेक्षा काफी कम थे। पहला बार यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया। आज पाठ्यक्रम की पुस्तकों के दाम साठ फीसद तक कम हैं। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने कहा कि कोरोना काल में इननी बड़ी परीक्षा का परिणाम घोषित कर उत्तर प्रदेश आज इतिहास रचने जा रहा है।