स्थानीय लोगों से परेशान होकर साधु ने किया आत्महत्या का प्रयास हॉस्पिटल में नहीं हुई एम्बुलेंस की व्यवस्था।

चित्रकूट नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर 10 जानकी कुण्ड स्थित मैथिली गली में रहने वाले संत नर्वदा प्रसाद गुरु विशंभर दास ने कुछ स्थानीय और कुछ मूल ग्राम के निवासियों से परेशान हो कर आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।

सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन ने पहुँचाया अस्पताल:
स्थानीय लोगों द्वारा थाना नयागांव पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस ने जानकी कुण्ड चिकित्सालय पहुंचाया। जहां पर प्राथमिक इलाज करने के बाद सतना के लिए रेफर कर दिया गया।
10 साल से कुटिया बनाकर चित्रकूट में रह रहे थे:
नरसिंहपुर जिले के मूल निवासी संत नर्वदा प्रसाद लगभग 10 साल से चित्रकूट में कुटिया बना रह रहे हैं। आज सुबह लगभग 11 बजे के आसपास अपनी कुटिया में अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाते हुए आत्महत्या करने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों के अनुसार आग लगने के बाद नर्वदा प्रसाद चीखते हुए गली की तरफ भागे , तब तक काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने पहुंच कर आग बुझाते हुए पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची थाना नयागांव  पुलिस संत को जानकी कुण्ड चिकित्सालय पहुंचाया।
स्थानीय लोगों से परेशान होकर उठाया ऐसा कदम:
चिकित्सालय में अधजली अवस्था में लेटे संत से बात करने पर उन्होंने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों के साथ ही कुछ उनके मूल ग्राम के निवासी उन्हें परेशान कर रहे हैं,जिसके कारण उन्होंने ने यह कदम उठाया है।
जानकीकुंड चिकित्सालय का अमानवीय चेहरा आया सामने:
इसी बीच जानकी कुण्ड चिकित्सालय का भी अमानवीय चेहरा सामने आया,जब चिकित्सालय के द्वारा संत को सतना के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। जब इस बाबत चिकित्सालय के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा बात करने से मना कर दिया गया। डायल 108 को सूचना दिए जाने के बाद भी घंटो नहीं पहुंची एंबुलेंस। और अधजली अवस्था में ही संत नर्वदा प्रसाद घंटो जानकी कुण्ड चिकित्सालय के बाहर पड़े तड़पते रहे।

रिपोर्ट: विनोद शर्मा

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