एक ही दिन में दो पार्टियों का कांग्रेस में विलय
लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। ऐसे में सभी नेता और पार्टियां अपनी समीकरण बैठाने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में 20 मार्च को तीन बड़े नेताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। इनमें पप्पू यादव, दानिश अली और चौधरी लाल सिंह का नाम शामिल है। इस दौरान पप्पू यादव ने अपनी ‘जन अधिकार पार्टी’ का कांग्रेस में विलय कर दिया। वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व बीजेपी नेता चौधरी लाल सिंह ने भी अपनी पार्टी ‘डोगरा स्वाभिमान संगठन’ का कांग्रेस में विलय कर लिया।
सबसे पहले बात पप्पू यादव की करें तो वह 5 बार के पूर्व सांसद हैं। साथ ही वह पूर्वी राज्य के सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक तौर पर मजबूत पकड़ रखने के लिए जाने जाते हैं। AICC हेडक्वार्टर में कांग्रेस में शामिल होते समय उनके साथ उनके बेटे सार्थक रंजन और पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद थे वही अमरोहा से लोकसभा सांसद दानिश अली ने भी आज कांग्रेस का हाथ थाम लिया। दानिश अली को बसपा ने पिछले साल पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया था। इसी के बाद दानिश अली खुलकर कांग्रेस के समर्थन में खड़े दिखे। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल हुए थे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व बीजेपी नेता चौधरी लाल सिंह आज कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने अपनी पार्टी ‘डोगरा स्वाभिमान संगठन’ का कांग्रेस में विलय कर दिया। चौधरी लाल सिंह उधमपुर सीट से 2 बार लोकसभा सांसद रहे हैं। चौधरी लालसिंह कांग्रेस के टिकट पर 2004 और 2009 में उधमपुर सीट से जीते थे। लाल सिंह 2014 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए और बाद में पीडीपी-भाजपा सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया। हालांकि कठुआ रेप केस पर विवाद के चलते लाल सिंह को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। लाल सिंह ने बीजेपी छोड़ने के बाद अपनी पार्टी ‘डोगरा स्वाभिमान संगठन’ बनाई थी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस उधमपुर लोकसभा सीट से भाजपा के कैंडिडेट डॉ. जितेंद्र सिंह के खिलाफ चौधरी लाल सिंह को मैदान में उतार सकती है।