अगड़ी जाति के लोगों के लिए राहुल जी के पास कोई नहीं है विचार:– धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास
प्रतापगढ़ राहुल गांधी जी की यात्रा पर धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि राहुल जी के प्रतापगढ़ आगमन पर लोगों में उत्साह भी था, लेकिन दुख इस बात का है कि राहुल जी जिस प्रतापगढ़ की धरती से आपके नाना पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पट्टी के रुरे से राजनीति का शुभारंभ किया था। अवध के किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी कहला में जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद हुए थे। गौरा कांड जहां हुआ था। आचार्य विनोबा भावे ने पंडित सूर्य बली पांडे एडवोकेट स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राम लखन पाठक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा रामकिंकर सरोज पूर्व मंत्री भारत सरकार के साथ पदयात्रा करके लोगों से भूमि प्राप्त किया जिसे गरीबों में वितरित की गई।
महात्मा गांधी ने जहां पर सर्वप्रथम विदेशी वस्त्रों की होली जलाया। जिस धरती पर लगभग 80 फ़ीसदी अगड़ी जाति के लोग देश की आजादी में या तो जेल गए या तो शहीद हुए। जिस धरती के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रथम अध्यक्ष एवं प्रथम सांसद पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय जी हुए जिन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान पर हिंदी में हस्ताक्षर किया था। जिस धरती पर धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी ने जन्म लेकर भारत अखंड हो विश्व का कल्याण हो का संदेश दिया था। इन सब की कहीं चर्चा भी नहीं किया।
बदले में अगड़ी जाति के गरीबों, बेरोजगारों की बात करने की बजाय केवल पिछड़े वर्ग की ही बात करते रहे। यह अत्यंत दुखद, विचारणीय और सोचनीय पहलू है।