अखिलेश यादव का संभल हिंसा पर बड़ा बयान, बोले- “खोदोगे तो देश का सौहार्द ‘खो दोगे’”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने के बाद से उनकी पार्टी इस घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, जब सदन में चर्चा नहीं हो पाई, तब भी उनकी पार्टी का रुख वही था। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि संभल घटना को लेकर वहां के अधिकारी भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं, और यह पूरी घटना भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। उनके मुताबिक, यह घटना लोगों को अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से भटकाने के लिए की गई है।
अखिलेश यादव ने इस हिंसा पर और भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जो लोग देशभर में समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए खुदाई करने का प्रयास कर रहे हैं, वे एक दिन पूरे देश की भाईचारे और सौहार्द को खो देंगे। उनके बयान में एक कड़ा संदेश था कि समाज को इस तरह के प्रयासों से दूर रहना चाहिए और एकजुटता बनाए रखनी चाहिए।
बांग्लादेश मुद्दे पर भी अखिलेश यादव ने अपनी टिप्पणी दी और भारत सरकार से सवाल किया कि अगर वह हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे कैसे एक मजबूत सरकार का दावा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता को नुकसान पहुंचाती हैं, और इस पर सरकार को गहनता से विचार करना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने भी इस हिंसा की निंदा की और कहा कि मस्जिदों के सर्वेक्षण के जरिए देशभर में अशांति फैलाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में संज्ञान लेने की अपील की और कहा कि जो जज इस तरह के आदेश दे रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
संभल हिंसा की घटना 24 नवंबर को हुई थी, जब मस्जिद के सर्वे को लेकर विवाद बढ़ गया था। इस दौरान हुई फायरिंग और पथराव की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 लोग घायल हो गए थे, जिनमें अधिकतर पुलिसकर्मी थे। घटना के बाद से संभल में तनाव का माहौल बना हुआ है, और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है।
साभार क्लिक इंडिया