आलिया भट्ट के नागरिकता पर फिर उठे सवाल, एक्ट्रेस का आया क्रिप्टिक रिएक्शन….’मुझे फर्क नहीं पड़ता’
देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। हाल ही में पांचवे चरण के लिए महाराष्ट्र के मुंबई में मतदान हुआ। बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों ने वोट डाला। मतदान के लिए बॉलीवुड सितारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर समेत कई सेलेब्स वोट देने आए थे। हालांकि आलिया भट्ट ने वोट नहीं दिया। अब यह तो सभी जानते हैं कि आलिया के पास भारत की नागरिकता नहीं है और इसी वजह से वह वोट नहीं दे सकतीं, लेकिन उनके वोट नहीं देने पर सोशल मीडिया पर उनके ब्रिटिश नागरिकता पर डिस्कशन चल रहा है।
रणबीर कपूर पोलिंग बूथ पर मतदान करने अकेले पहुंचे और पत्नी आलिया भट्ट उनके साथ नजर नहीं आईं तो लोगों ने उनकी नागरिकता पर चर्चा करनी शुरू कर दी। इस बीच आलिया ने सोशल मीडिया पर एक क्रिप्टिक पोस्ट शेयर किया है। दरअसल आलिया ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें लिखा है प्यार, कोई बहस नहीं, इससे फर्क नहीं पड़ता कि वह कितना स्ट्रॉन्ग हो, लेकिन इससे उस शब्द से नहीं जीत सकता। इस पोस्ट को शेयर कर आलिया ने लिखा द गुड वर्ड। हालांकि यह कन्फर्म नहीं कि उन्होंने यह उनकी नागरिकता को लेकर हो रहे डिस्कशन पर जवाब दिया है। लेकिन आलिया के प्रशंसकों का कहना है कि उन्होंने ट्रोलर्स को जवाब दिया है।
आपको बता दें कि गैल गैडोट और जेमी डॉर्नन संग अपनी पहली हॉलीवुड मूवी ‘हार्ट ऑफ स्टोन’ के प्रमोशन के वक्त आलिया ने अपने बारे में सबसे ज्यादा गूगल किए गए सवालों के जवाब दिए थे। इन सवालों में से एक था- क्या आलिया भट्ट ब्रिटिश हैं? डब गैल गैडोट ने आलिया से पूछा कि क्या वो ब्रिटिश नागरिक हैं तो आलिया ने हामी भरते हुए कहा, ‘मेरी मां का जन्म बर्मिंघम में हुआ था, लेकिन मैं भारत में पैदा हुई और पली-बढ़ी हूं।’ जब गैल गैडोट ने उनसे पूछा, आपकी मां ने आपके साथ पूरी जिंदगी ब्रिटिश इंग्लिश बोली?’ तो आलिया ने जवाब दिया, ‘मेरी दादी अपनी पूरी जिंदगी इंग्लैंड में रहीं, इसलिए मेरी दादी का इंग्लिश एक्सेंट है।’
इससे पहले आलिया की मां सोनी राजदान ने बताया था कि भले ही उनका जन्म यूके में हुआ था, लेकिन उनकी ज्यादातर जिंदगी भारत में ही बीती। उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मेरा जन्म यूके में हुआ था, लेकिन जब मैं तीन महीने की थी, तो हम बॉम्बे (अब मुंबई) आ गए। मेरी मां ने मेरे लिए ब्रिटिश पासपोर्ट बनवाया। हम साउथ बॉम्बे में रहते थे और मैंने बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाई की, जिसे मेरे माता-पिता ने शुरू किया था। जहां तक मेरे पासपोर्ट की बात है, कोई मुझे क्यों बताए कि मुझे इसके बारे में क्या करना चाहिए? विश्व के एक नागरिक के रूप में यह मेरी पसंद और अधिकार है कि मैं तय करूं कि मुझे कौन सा पासपोर्ट चाहिए।’