आज़मगढ़ : विश्वविद्यालय अभियान एक बार पुनः उग्र कहा मोहब्बतपुर से नहीं जाने देंगे विश्वविद्यालय
आज़मगढ़। विश्वविद्यालय अभियान एक बार पुनः उग्र हो गया है। जिलाधिकारी के द्वारा विश्वविद्यालय को मुख्यालय से 45 किमी दूर नेउरी ले जाने के प्रस्ताव ने आग में घी का काम किया। शिक्षक, छात्र व आधी आबादी इसके खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पंहुचकर जमकर प्रदर्शन-नारेबाजी की और ज्ञापन सौपा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय अभियान के संयोजक और एसोसिएट प्रोफेसर डा0सुजीत भूषण ने कहा कि लोक सभा चुनाव के पूर्व मार्च 2019 में सूबे के मुख्यमंत्री मा0 आदित्यनाथ योगी ने जनपदवासियो द्वारा लम्बे समय से विश्वविद्यालय अभियान का संज्ञान लेते हुए राज्य विश्वविद्यालय की घोषणा की थी और अगस्त 2019 में मोहब्बतपुर के जमीन अधिग्रहण की घोषणा हुई। 327 किसानो की जमीन का लगभग 30 करोड़ मुवावजा देकर जमीन का अधिग्रहण भी किया जा चुका है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा0प्रवेश कुमार सिंह ने कहा कि कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग मिट्टी पाटने के लिए 50 करोड़ मांग रही है जिसमे शासन ने कटौती की। इसी को लेकर ठनी है। दूसरी तरफ जिलाधिकारी राजनीतिक षड़यंत्र के तहत विश्वविद्यालय को अन्यत्र स्थानांतरण और मुख्यालय से 45 किमी दूर अम्बेडकरनगर की सीमा पर ले जाने का प्रस्ताव दे रहे हैं।
समाजसेविका अनीता द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री के विश्वविद्यालय के ड्रीम प्रोजेक्ट के साथ लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन द्वारा खिलवाड़ और शासकीय धन का दुरूपयोग किया जा रहा है जिसे जनपदवासी कभी बर्दास्त नहीं करेंगे।
इस अवसर पर डा0ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी, राकेश गाँधी, अमित कुमार सिंह, सरोज गिरी, शिवबोधन उपाध्याय, पूनम सिंह, अनामिका सिंह पालीवाल, बृजेश कुमार दुबे, मनिंदर सिंह, डी0एन0सिंह, सत्यजीत श्रीवास्तव, ऋषभ राय, रणविजय सिंह, सतीश सिंह, संतोष पाण्डेय, शैलेन्द्र कुमार, मार्तण्ड प्रताप सिंह, आलोक कुमार सिंह आदि बड़ी संख्या में प्रबुद्ध, छात्र और महिलाएं उपस्थित रहीं।

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