बाराबंकी में बाढ़ का तांडव, करीब 55 हज़ार लोग प्रभावित
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है। बढ़ते जलस्तर से हज़ारों लोगों का हाल बेहाल है। सरयू नदी के विकराल रूप से करीब 55 हज़ार की बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। दरअसल, बाराबंकी में सरयू नदी ने उत्पात मचा रखी है। लगातर बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी से तराई क्षेत्रों के खेत खलियान समेत दर्जनों गांव पानी में डूब गए हैं। पानी की कटान से खेतों की ज़मीन के साथ कई घर नदी में विलीन हो चुके हैं।
बाढ़ की चपेट में आकर तबाह हुए बाराबंकी के प्रभावित गांवों के लोग घर छोड़कर पलायन करने के लिए मजबूर हैं। सरयू नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। खतरे के निशान के ऊपर पहुंचने के कारण तराई के करीब 80 गांव को बाढ़ अपने चपेट में ले चुकी हैं। इन गांवों में पानी भरने के वजह से घरों में रखा अनाज और अन्य जरूरी सामान बर्बाद होने से लोगों के सामने दो जून की रोटी का संकट पैदा हो गया है। वहीं, तटबंध पर जीवन गुजार रहे लोगों के लिए बारिश मुसीबत बनी है।
तराई में बाढ़ का पानी तबाही मचाए हुए है। रामनगर क्षेत्र केमथुरापुरवा, जंगुसिंहपुरवा तथा सूरतगंज क्षेत्र के हेतमापुर, कंचनापुर, लोहटी जेई, लोहटी पसई, सुंदरनगर, कोड़री, ललपुरवा, सरसंडा, कोयली पुरवा, पर्वतपुर मदरहा, कोरियनपुरवा, तपेसिपाह, दुर्गापुर, लहड़रा मडना, हरिनारायणपुर, निजामुद्दीनपुर, मोतीपुरवा, मीतपुर, गायघाट, बतनेरा और सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के टेपरा, सनावा, भयका पुरवा, कहारनपुरवा, विहड़, सिरौलीगुंग, कोठीडीहा, परसा, ठेकवा, टटेरवा, घुटरू, सरदहा, बघौली पुरवा, सरयसुर्जन, भयरवकोल, गोबरहा, तेलवारी, इटहुआ, पासिन पुरवा, नव्वनपुरवा, पारा, परसावल, बेहटा समेत करीब 80 गांवों में बाढ़ का पानी तबाही मचा रहा है।