भगवान श्री राम लला सनातन धर्म के प्राणाधार हैं :–स्वामी इंदिरा रमणाचार्य

प्रतापगढ़ रामानुज आश्रम संत रामानुज मार्ग शिवजीपुरम प्रतापगढ़ में श्री संप्रदाय के महान संत श्री श्री 1008 स्वामी श्री इंदिरा रमणाचार्य पीठाधीश्वर श्री जीयर स्वामीमठ जगन्नाथ पुरी एवं पीठाधीश्वर श्री नैमिषनाथ भगवान रामानुज कोट अष्टंम भू बैकुंठ नैमिषारण्य अपने परिकरों के साथ पधारे। शंखध्वनि एवं घंटा घड़ियाल बजाते हुए भक्तों ने स्वामी जी सरकार का स्वागत किया ।


ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास नारायणी रामानुजदासी तथा विश्वम प्रकाश पांडे एवं इं पूजा पांडे द्वारा स्वामी जी सरकार का पाद्य प्रछालन करके श्री पाद्य तीर्थ लिया गया, तत्पश्चात पंडित आलोक ऋषि वंश के नेतृत्व में वेदपाठी ब्राह्मण के मंत्र वाचन के मध्य आपको अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण करके स्वागत किया गया।


इस अवसर पर स्वामी जी ने कहा कि यह अवध का पावन क्षेत्र है भगवान श्री राम लला हम सबके प्राणाधार हैं। सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। गीता गंगा गायत्री और गाय हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है। इनका संरक्षण करना हम सब का परम कर्तव्य है। भगवान श्रीमन्नारायण की जब इच्छा होती है तभी सभी कार्य होते हैं बिना उनके आदेश के एक पत्ता भी नहीं हिलता है। इसलिए हमें सदैव संयम नियम का पालन करते हुए ठाकुर जी पर विश्वास रखना चाहिए। ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास वैष्णव परंपरा का जिस तरह से पालन करते हुए श्री संप्रदाय का प्रचार प्रसार कर रहे हैं यह अत्यंत ही सराहनीय कार्य है।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से परम पूज्य स्वामी राम प्रपन्नाचार्य प्रधान पुजारी श्री नैमिष नाथ भगवान आचार्य अमन आचार्य राजीव लोचन ओमकार आचार्य वैदिक आचार्य अंकित विजय गुप्ता डॉक्टर अवंतिका पांडे एवं चंचल पांडे राकेश सिंह सहित अनेक भक्तगण उपस्थित रहे।

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