भगवान से शेष ही लक्ष्मण बलभद्र और रामानुज स्वामी थे:– धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास

प्रतापगढ़ सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा भगवान बलभद्र जी का जन्मोत्सव संत निवास परसन पांडे का पुरव सेनानी ग्राम देवली में धूमधाम से मनाया गया ।
उक्त अवसर पर ठाकुर जी की पूजा अर्चना करने के पश्चात धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास ने कहा कि आज ही के दिन भाद्र शुक्ल पक्ष की द्वतीया को माता रोहिणी के गर्भ से शेष भगवान ने बलभद्र जी के रूप में अवतार लिया था। इस संसार में तीन राम हुए प्रथम जमदग्नि रेणुका पुत्र राम जिन्होंने परशु धारण किया ,इसलिए उनका नाम परशुराम पड़ा। दूसरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम राजा दशरथ और माता कौशल्या के घर अवतरित हुए। तीसरे राम माता रोहिणी के गर्भ से गोकुल में अवतार लिए वह अत्यंत बलशाली थे इसलिए उनका नाम बलराम पड़ा।


प्रथमो अनंतरुपश्व द्वितीयो लक्ष्मणश्च तथा।
तृतीयो बलरामश्च कलौ रामानुजो मुनि:।।

प्रथम अनंत रूप में शेष स्वरूप धारण कर भगवान श्रीमन्नारायणके लिए अपने शरीर की शैय्या बनाकर सदा क्षीरसागर में विराजमान रहते हैं। वहीं माता लक्ष्मी जी भगवान के श्री चरणों का कैंकर्य करती रहती है। द्वितीय बार आप त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के छोटे भाई लक्ष्मण बनकर के आए और 14 वर्षों तक निद्रा को त्याग कर भगवान के श्री चरणों और माताजी के श्री चरणों की सेवा करते रहे।
तृतीय बार भगवान श्रीमन्नारायण के अवतार श्री कृष्णचंद्र के बड़े भाई बलभद्र बनकर माता रोहिणी के गर्भ से अवतरित हुए और आप ही कलयुग में रामानुज स्वामी बनकर जीवों के उद्धार के लिए लोगों को श्री वैष्णव बनाने का कार्य किया।
सनातन धर्म से भटके हुए लोगों को राह दिखाकर सनातन धर्म में वापसी कराया। आप सभी को बहुत-बहुत बधाई बहुत-बहुत मंगल कामनाएं।


अनंत भगवान की कृपा सदा आप सब पर बनी रहे दास की यही प्रार्थना है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राम प्रकाश पांडे भगवत प्रसाद पांडे देवी प्रसाद पांडे रामानुजदास जे पी पांडे नारायण पांडे प्रणव पांडे कल्लू पांडे गोपाल पांडे अवधेश प्रसाद पांडे विश्वम प्रकाश पांडे नारायणी रामानुजदासी शाहिद अनेक भक्तगण उपस्थित रहे।

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