फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम, किसानों को नहीं करना होगा मुसीबतों का सामना

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी’ अभियान के तहत देश भर में फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने इस मौके पर जुड़े हजारों किसानों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन सीएससी द्वारा देश के लगभग 1 लाख जगहों से किया गया था।

क्या है फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम?

फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम का उद्देश्य मौजूदा खरीफ सीजन 2022 के लिए किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के प्रमुख पहलुओं जैसे योजना के प्रमुख प्रावधानों, फसलों की बीमा का महत्व और योजना का लाभ कैसे प्राप्त करें आदि के बारे में जागरूक बनाना एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने में किसानों को सुविधा प्रदान करना है।

अभियान में किसानों को दी जाएगी कई जानकारियां

इस विशेष अभियान के तहत PMFBY के महत्व तथा किसान इस योजना के तहत कैसे नामांकन कर सकते हैं और किस प्रकार योजना का लाभ उठा सकते हैं, पर व्यापक ध्यान दिया जाएगा। स्थानीय आपदाओं के दौरान फसल के नुकसान की सूचना और फसल के बाद के नुकसान, किसानों की आवेदन की अद्यतन जानकारी, शिकायत निवारण के लिए किसान से संपर्क कर सकते हैं आदि के बारे में किसानों को विस्तार से समझाया जाएगा, ताकि वे योजना का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।

2016 में की गई थी PMFBY योजना की शुरुआत

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत 2016 में इस उद्देश्य से की थी ताकि किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा, बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि, सूखा, बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात, तूफान, कीट और बीमारियों जैसे कई बाहरी जोखिमों से उत्पन्न होने वाली किसी भी नुकसान की भरपाई सरकार कर सके।

1 लाख 15 हजार करोड़ राशि का हो चुका है भुगतान

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक किसानों को 1 लाख 15 हजार करोड़ से अधिक बीमा की दावा राशि का भुगतान किया जा चुका है। लोकसभा में सरकार ने एक जवाब में बताया था कि साल 2021-22 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 7 करोड़ 65 लाख 40,000 किसानों ने बीमा दावे के लिए आवेदन किया है जबकि पहले साल यानी 2015-16 में इस योजना के तहत 4 करोड़ 85 लाख 50 हजार किसानों ने आवेदन किया था।

न्यूनतम दर पर आर्थिक सहायता मिली है

फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम के तहत कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर देश भर के कई किसानों से मुखातिब हुए। जबलपुर, मध्य प्रदेश के कुछ किसानों ने बताया कि पीएमएफबीवाई में प्रीमियम के तौर पर ₹2,232 जमा किए थे लेकिन फसल के नुकसान पर उन्हें बीमा के तौर पर ₹61,474 प्राप्त हुए। इसी तरह महाराष्ट्र के किसान ने कृषि की मूलभूत जरूरतों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड को बेहद उपयोगी बताया, उन्होंने कहा कि केसीसी के माध्यम से न्यूनतम दर पर आर्थिक सहायता मिली है।

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