बलिया-भरौली वाया फेफना राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोडवेज बस पर हमलावरों द्वारा ईंट- पत्थरों से हमला , घंटो रहा जाम
बलिया- भरौली वाया फेफना ,चितबड़ागाँव राष्ट्रीय राजमार्ग पर सागरपाली के पास कुछ उपद्रवियों ने ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया जिसमें बस चालक,कंडक्टर और महिला यात्री समेत कई यात्रियों को गंभीर चोटें आयी है | जिसके कारण लगभग घंटो तक राजमार्ग जाम रहा |
क्या था मामला?
सागरपाली के पास रोड्वेज बस पर हुए अचानक हमले की असली वजह का पर्दाफास नही हो पाया है लेकिन अलग – अलग लोगों से बातचित करने पर भिन्न-भिन्न बातें सामने आई| एक यात्री का कहना था कि ये हमलावर बाइक सवार थे ,अचानक बस को ओवरटेक किये और बड़े-बड़े पत्थरों से हमला बोल दिए | पीछे बैठे यात्री का कहना था कि किसी रिक्शा वाले से किराया को लेकर अनबन हुई और उसी बात को लेकर ये आये और अपराधिक तरीके से घेराबंदी करके हमला बोल दिए |
कितने और कौन – कौन घायल ?
इस प्रकार के पत्थरबाजों द्वारा किये गए हमले में बुरी तरीके से बस कन्डक्टर , एक महिला यात्री और अन्य पुरुष यात्री भी घायल हुए हैं | एक यात्री का तो यहाँ तक कहना था कि बस चालाक द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से हम सभी किसी बड़ी दुर्घटना के अंदेशे से सकते में आ गए , जो हद तक सही भी थी क्योंकि जब तक कुछ समझ पाते तब तक आधे दर्जन किशोर हमलावरों द्वारा बस पर पत्थरों से हमला बोल दिया गया था और चीखने – चिल्लाने की आवाजें बस के आगे के हिस्से आने लगी | देखने पर घायलों के माथे और जबड़ों से तेजी से खून बह रहा था | जल्दी – जल्दी सभी को किसी प्रकार से नजदीक के हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया |
बस चालक का बयान
घटना के लगभग आधे घंटे बाद बस चालक मोटरसाइकिल से आते हुए दिखाई दिए , पूछने पर बताये कि ऐसा क्यों हुआ इसके बारे में नही पता लेकिन ज्यो हमला हुआ मै तुरंत नीचे उतरा और एक राहगीर से निवेदन करके हमलावरों को पकड़ने के लिए बाइक लिए और पीछा करने लगा लेकिन कुछ दुरी तक पीछा करने पर भी उनका पता नही चला | चालाक को भी आंशिक चोटें आई थी |
प्रशासनिक अमला?
ऐसा बोला जाता है कि हमेशा पुलिस घटना के बाद आती है लेकिन सागरपाली क्षेत्र की पुलिस घंटों बाद भी घटनास्थल पर मौजूदगी दर्ज नही करा पायी | काम से घटना की नही तो कई किलोमीटरों तक दोनों सिरों माल्देपुर मोड और फेफना क्षेत्र तक लगे सड़क पर जाम के कारण की सुध लेने तो दोनों ही क्षेत्रों के पुलिस महकमे को अवश्य आना चाहिए था | इस जाम में कोरोना महामारी से बचने की हर दिशा – निर्देश ताख पर थी | और वर्दीधारी भी नदारद थे |
रिपोर्ट – संजीव राय