सच ही कहते हैं…जो भी होता है अच्छे के लिए होता है…
कहानी
एक राजा का विशाल फलों का बगीचा था उसमें तरह-तरह के फल लगते थे और उसकी सारी देख-रेख एक किसान करता था और वो किसान प्रतिदिन बगीचे के ताजे फल लेकर राजा के पास राजमहल में जाता था।
एक दिन किसान ने पेड़ों पर देखा कि बहुत से फल नारियल,अनार, अमरूद और अंगूर आदि पक कर तैयार हो रहे हैं यह देखकर वह सोचने लगा-कि आज कौन सा फल राजा को भेंट करूं और उसे लगा की राजा को अंगूर भेंट करने चाहिएं,क्योंकि वो बिल्कुल पक कर तैयार हैं और फिर उसने अंगूरों की टोकरी भर ली और राजा को देने चल पड़ा।
किसान जब राजमहल में पहुंचा, तो राजा किसी दूसरे ख्याल में खोया हुआ था और थोड़ी सा नाराज भी लग रहा था। किसान ने रोज की तरह मीठे रसीले अंगूरों की टोकरी राजा के सामने रख दी, और थोड़ी दूरी पर बैठ गया।
तत्पश्चात राजा उन्ही ख्यालों में खोए हुए ; टोकरी में से एक-एक अंगूर उठाता,एक खाता और एक खींचकर किसान के माथे पर निशाना साधकर फेंक देता। राजा का अंगूर जब भी किसान के माथे या शरीर पर लगता था, तो किसान कहता , ईश्वर बड़ा ही दयालु है।
राजा फिर और जोर से अंगूर फेंक कर मारता और किसान फिर वही कहता- ईश्वर बड़ा ही दयालु है।
थोड़ी देर बाद जब राजा को एहसास हुआ,कि वो क्या कर रहा है और प्रत्युत्तर क्या आ रहा है, तो वो संभलकर बैठ गया और फिर किसान से कहा- मैं तुम्हें बार-बार अंगूर मार रहा हूं, और ये अंगूर तुम्हें लग भी रहे हैं, पर फिर भी तुम बार-बार यही क्यों कह रहे हो- ईश्वर बड़ा ही दयालु है।
किसान बड़ी ही नम्रता से बोला- राजा जी ! *बागान में आज नारियल,अनार,अमरुद और अंगूर आदि फल तैयार थे, पर मुझे भान हुआ कि क्यों न मैं आज आपके लिए अंगूर ले चलूं अब लाने को तो मैं नारियल,अनार और अमरुद भी ला सकता था पर मैं अंगूर लाया यदि अंगूर की जगह अनार नारियल या अमरुद रखे होते , तो मेरा क्या हाल होता इसीलिए मैं कह रहा था-
ईश्वर बड़ा ही दयालु है।
इसी प्रकार ईश्वर भी हमारी कई मुसीबतों को बहुत ही हल्का कर हमें उबार लेता है पर हम ही नाशुकरे हैं जो शुक्र न करते हुए, उल्टा उसे ही गुनहगार ठहरा देते हैं।
इसीलिए कहा है कि भगवान जो करते हैं अच्छा ही करते हैं।
प्रतिदिन एक प्रेरणास्पद कहानी पढ़ना चाहते हो तो कृपया ऊपर दिए गए लिंक को टच कर समूह में सम्मिलित हो जाएंगे
सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है।
जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।।