हिंदी भाषा में फेल हो गए, आठ लाख परीक्षार्थी!…बांटी गयी ‘मातृभाषा’ पुस्तक।
ललितपुर न्यूज: ग्राम उमरिया स्थित डाकघर द्वारा उत्तर प्रदेश में आठ लाख बच्चो के बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाने पर आज हमारी मातृभाषा पुस्तक आस-पास के खुले हुए स्कूलों में वितरित की गयी।
यह देश का दुर्भाग्य ही है की भारत में हिंदी में जानकारी लेने के लिए आपको दो दबाना पड़ता है। लोग कह रहे हैं की ये भी कोई हल्ला मचाने की बात है क्या? फालतू की बमचक मचा रखी है। नाहक ही उन बेचारे ‘होनहारों’ को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। बिना सोचे समझे पूरे देश मे ढिंढोरा पीटा जा रहा है की, देश के सबसे बडे हिंदी भाषी सूबे की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में हिंदी भाषा में आठ लाख परीक्षार्थी फेल हो गए। अरे भाई, फेल हो गए तो हो गए कौन सा पहाड़ टूट पडा है। केवल एक विषय में ही तो फेल हुए है कोई जिंदगी से तो फैल नही हुए है ना।
“उन्हें ये नही पता की हिंदी भाषा नहीं भावना है।”
रिपोर्ट: राहुल साहू