जय वाजपेयी विकास दुबे की काली कमाई का हिस्सेदार
कानपुर नगर के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गाँव में गत दो जुलाई को हुई पुलिस दबिस में मारे गए DSP देवेंद्र मिश्रा के साथ आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे उक्त टीम अपराधी विकास दुबे को गिरफ़्तार करने गई थी ज्ञात हो कि अपराधी विकास दुबे पुलिस मुठभेड़ में 10 जुलाई मारा गया लेकिन मरने के साथ-साथ अपने पीछे करोड़ों की अटूट संपत्ति का राज छोड़ गया है जिसकी गुत्थी धीरे-धीरे खुल रही है।
पुलिस और एसटीएफ की जांच में इसके पुख्ता प्रमाण मिल गये हैं। जांच टीम ने इससे संबंधित सभी दस्तावेज को ED के पास भेज दिया है।
31 जुलाई तक फ़ाइनल रिपोर्ट
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एसटीएफ टीम गठित कर एक टीम को बिकरू गाँव भेजा है और वो टीम 31 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी इस दरम्यान टीम ने परत दर परत विकास दुबे के राज़ खोलने शुरू कर दिए है इसमें एक बड़ा नाम जय वाजपेयी का आया है।
साल भर के भीतर 75 करोड़ रुपये का लेनदेन
जांच में जय वाजपेयी और विकास के बीच साल भर के भीतर 75 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। यह लेनदेन छह बैंक खातों से ट्रांजैक्शन के जरिये किया गया है। इसके दस्तावेज को जांच टीम ने ED को सौंप दिया है। जांच टीम ने यह भी संभावना व्यक्त किया है कि विकास दुबे और जय वाजपेयी के बीच करोड़ों रुपये का नकद लेनदेन भी किया गया है जिसके कोई सबूत नहीं मिले हैं।
आईपीएल में 5 करोड़ रुपये लगाये के दस्तावेज
पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त छानबीन में पता चला है कि जय वाजपेयी विकास दुबे की काली कमाई का हिस्सेदार है। वह विकास दुबे के पैसों को आईपीएल और अन्य आनलाइन सट्टों में इस्तेमाल करता था। उसका यह कारोबार विदेश तक फैला हुआ है। पुलिस की जांच में आईपीएल में 5 करोड़ रुपये लगाये जाने के दस्तावेज हासिल हुए है।
आगे जाँच जारी है….