ललितपुर: मानव किड्स क्लब ने मनाया विश्व बाघ दिवस
ललितपुर न्यूज:
विश्व बाघ दिवस पर मानव किड्स क्लब के सदस्यों ने गौरैया की वाटिका में एक संगोष्ठी का आयोजन किया। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 29 जुलाई को मनाने का फैसला साल 2010 में ‘सेंट पिट्सबर्ग टाइगर समिट’ में लिया गया था। क्योंकि तब जंगली बाघ विलुप्त होने के कगार पर थे। इस सम्मेलन में बाघ की आबादी वाले 13 देशों ने वादा किया था कि साल 2022 तक वे बाघों की आबादी दुगुनी कर देंगे। मानव किड्स क्लब की अध्यक्ष कक्षा 8 में पढऩे वाली डॉली राजा ने कहा कि हम सबने वर्ष 2018 में अवनी नाम के बाघ को श्रद्धांजलि देकर बाघों के संरक्षण के लिए कार्य शुरू किया था। हमारी कक्षा की सामान्य ज्ञान की पुस्तक में बताया गया है कि पिछले 100 सालों में बाघों की आबादी का लगभग 97 प्रतिशत खत्म हो चुकी है। ‘वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड’ और ‘ग्लोबल टाइगर फोरम’ के साल 2016 के आंकड़ों के अनुसार, विश्वभर में करीब 6000 बाघ ही बचे हैं, जिनमें से 3891 बाघ भारत में हैं। बाघों की संख्या साल 1915 में एक लाख थी। बाघों की कुछ प्रजातियां पहले ही खत्म (विलुप्त) हो चुकी हैं। भारत उन देशों में शामिल है जिसमे बाघों की जनसंख्या सबसे अधिक है।
रिपोर्ट : राहुल साहू