मैगी चावल खाने के बाद 10 साल के बच्चे की मौत, छह अन्य अस्पताल में भर्ती
पीलीभीत के कोतवाली क्षेत्र के राहुल नगर चंडिया हजारा गांव में एक दुखद घटना घटी, जहां मैगी चावल के सेवन से खाने की वजह से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई और छह अन्य लोगों को फूड पॉइजनिंग के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना किस तरह से घटित हुई, इसका विस्तृत वर्णन निम्नलिखित बिंदुओं में किया गया है:
- मनीराज की बेटी सीमा, जिसकी शादी देहरादून में हुई थी, वह अपने बच्चों रोहन, विवेक और संध्या के साथ अपने मायके आई थी।
- सीमा ने अपने मायके में रहते हुए गुरुवार को अपने परिवार के साथ मैगी और चावल का सेवन किया।
- मैगी चावल खाने के बाद सीमा, उसके बच्चे, उसकी बहन संजू, ननद संजना और संजना के पति जितेंद्र की तबीयत बिगड़ने लगी।
- उसी रात से सभी की हालत बिगड़ने लगी और शुक्रवार सुबह उन्हें गांव के क्लीनिक में भर्ती कराया गया।
- हालत में सुधार होने पर सभी घर वापस आए, लेकिन शुक्रवार रात फिर से सभी की हालत बिगड़ने लगी।
- दस्त और बेचैनी के साथ उनकी हालत और भी खराब हो गई।
- शनिवार सुबह सोनू के बेटे रोहन की मौत हो गई, जिससे परिवार और अधिक घबरा गया।
- इसके बाद सभी को पूरनपुर CHC में भर्ती कराया गया।
- सीमा के दूसरे बेटे विवेक की हालत में सुधार न होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
- CHC के डॉ. राशिद ने बताया कि सभी बीमार व्यक्तियों में फूड पॉइजनिंग के लक्षण थे और उनका इलाज जारी है।
इस घटना ने समुदाय में गहरी चिंता और आतंक फैला दिया है, जिससे स्थानीय प्रशासन के खाद्य सुरक्षा मानकों पर प्रश्न उठ रहे हैं।