माता चंद्रघंटा संतुष्टि, आरोग्यता और संपन्नता की देवी हैं:—धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास

प्रतापगढ़ चैत्र नवरात्रि की तृतीय दिवस की बहुत-बहुत बधाई बहुत-बहुत मंगल कामनाएं। चैत्र नवरात्रि कृष्ण पक्ष तृतीया 1 अप्रैल मंगलवार को है। इस दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है।

माता चंद्रघंटा संतुष्टि, आरोग्य और संपन्नता की देवी हैं। साधक में वीरता, निर्भयता और सौम्यता, विनम्रता होती है। माता वाघ पर सवार रहती हैं इसलिए साधक वाघ के समान बलशाली तथा निर्भय होता है। माथे पर अर्ध चंद्रमा घंटे के समान विराजमान है।आप 10 भुजाओं में अलग-अलग अस्त्र लिए रहती है। घंटे की आवाज से प्रेत आदि बाधाएं दूर होती हैं। पित्त प्रकृति लोगों को मां चंद्रघंटा की पूजा करनी चाहिए। आपकी पूजा से आरोग्यता प्राप्त होती है। आपका साधक पराक्रमी होता है।

धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास रामानुज आश्रम संत रामानुज मार्ग शिवजीपुरम प्रतापगढ़

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