लोकसभा चुनाव 2024 के बाद मोबाइल यूजर्स को भारी झटका लग सकता है, क्योंकि टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लान्स की कीमतों में वृद्धि कर सकती हैं। यह तो अभी तक का चौथा टैरिफ हाइक होगा, जिसका मकसद कंपनियों के औसत आमदनी प्रति उपयोगकर्ता को बढ़ाना है।
मोबाइल प्लान्स की कीमतें 25% तक बढ़ सकती हैं।
कंपनियां अपने ARPU को बढ़ाने के लिए इसे कर सकती हैं।
शहरी यूजर्स के मोबाइल खर्च में 3.6% और ग्रामीण यूजर्स के में 5.9% की बढ़ोतरी हो सकती है।
टेलिकॉम ऑपरेटर्स के लिए ARPU में 16% का इजाफा हो सकता है।
एयरटेल की ARPU में 29 रुपये का इजाफा हो सकता है।
जियो की ARPU में 26 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।
टैरिफ हाइक के बाद यूजर्स को बंडल प्लान पर स्विच करना पड़ सकता है।
यह टैरिफ हाइक कंपनियों के औसत ARPU को बढ़ा सकता है।
वायरलेस पैक की कीमतों में बढ़ोतरी से भारती एयरटेल और जियो को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
यूजर्स तक हाई-स्पीड कनेक्टिविटी मिलती रहेगी, तब तक वे टेलिकॉम सर्विसेज के लिए पैसे देने को तैयार रहेंगे