एमएसएमई के तहत सबसे अधिक ऋण बांटने वाला पहला राज्य बना यूपी
लखनऊ : आत्मनिर्भर भारत पैकेज को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अगुआई में उत्तर प्रदेश में तेजी से क्रियानवित किया जा रहा है। इसके तहत एमएसएमई इकाईयों के लिए बैंकों से आसानी से कर्ज दिलाने का अभियान प्रथमिकता से चलाया जा रहा है। एमएसएमई के अर्तगत अब तक 8,649 करोड़ रूपये का लोन 2 लाख 71 हजार लोगों को बांटा जा चुका है। कोरोना माहामारी में इतनी बड़ी धनराशि का कर्ज बाटने वाला उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य है।
एमएसएमई से लघु व मध्यम उद्योगों को मिला बल:
इस कोरोना माहामारी में जहां लाखों लोगों ने रोजी-रोटी गवां दिये। वहीं एमएसएमई ने जीवन यापन के लिए नई राह दी। लाॅकडाउन में जीवन बचाने के लिए चिकित्सा कर्मियों की आवश्यकता थी और उनको सुरक्षित रखने के लिए पीपीई किट की जरुरत थी। आज उत्तर प्रदेश में 53 कारखाने प्रत्येक दिन करीब 50 हजार पीपीई किट का प्रोडक्सन कर रहे है। केन्द्र सरकार का उपक्रम एचएलएल लाईफ केयर भी यूपी से बहुत बड़ी संख्या में पीपीई किट की खरीदारी कर उन्हें देश के अलग-अलग अस्पतालों में सप्लाई कर रहा है। इसी तरह नोएडा में वेन्टीलेटर उत्पादन यूनिटस भी अपना काम शुरू कर चुकी है। जिसमें प्रतिदिन करीब तीन सौ वेन्टीलेटर बनाये जा रहे है। इस तरह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग कोरोना से लड़ने में अति सहायक साबित हुए है।
गरीब परिवारों को मिला स्वरोजगार की छतरी:
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले ही अनुसुचित जाति के गरीब परिवारों के चैतरफा विकास के लिए ‘नवीन रोजगार छतरी योजना’ की शुरुआत की । इस योजना के तहत 3,484 अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों को आर्थिक मदद के रूप में 17 करोड़ 42 लाख रूपये आवंटित किये गये। इस योजना के अंर्तगत कामगारो, श्रमिकों व दिहाड़ी पर काम करने वालों को एक-एक हजार रूपये देकर निराश परिवारों के लिए आशा की किरण साबित हुई। 3 करोड़ 56 लाख रूपये जनधन खातों में पांच-पांच सौ रूपये भेजे गये।
स्कील मैपिंग कराकर प्रवासी कामगारों को दिया गया सुनहरा अवसर:
योगी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए जिस प्राकर प्रतिबद्वता से कार्य किया है, उसकी सराहना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कर चुके है। पीएम मोदी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संकट की घड़ी को अवसर में बदल दिया है।
सरकार ने दूसरे राज्यों से वापस लौटे 35 लाख 69 हजार प्रवासी कामगारों की स्कील मैपिंग कराकर यूपी में ही रोजगार के अवसर दिये। सरकार की मंशा इन श्रमिकों की हुनर को पहचान कर उसके अनुरूप रोजगार दिलाने का है।