पंडित सूर्यबली पांडे त्याग तपस्या की प्रतिमूर्ति थे :- राम सेवक त्रिपाठी लोकतंत्र सेनानी
सद्भावना दिवस के रुप में मनाई गई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की 20वी पुण्यतिथि। राष्ट्रीय उन्नयन पर चर्चा एवं कविगोष्ठी के साथ संपन्न हुआ सद्वभावना दिवस।
प्रतापगढ़ विगत वर्षों की भाँति 20 वे वर्ष भी बैकुंठ वासी पंडित सूर्य बली पांडेय एडवोकेट रामानुज दास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवम् लोकतंत्र रक्षक सेनानी की 20 वीं पुण्यतिथि 12 मई 2024 दिन रविवार को सद्भावना दिवस के रूप मनायी गयी। कार्यक्रम पंडित ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास द्वारा आर डी यस जीआईसी विद्यालय प्रांगण सूर्य नगर बढ़नी अजगरा रानीगंज प्रतापगढ़ मे धार्मिक सामाजिक तथा राजनैतिक कार्यक्रम के बीच संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत सुंदर कांड पाठ आरती उपरांत कवियत्री कल्पना तिवारी के द्वारा मां वीणा वादिनी की वंदना से हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपनादल एस प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सदर विधायक राज कुमार पाल तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकतंत्र रक्षक सेनानी पंडित रामसेवक त्रिपाठी वरिष्ठतम् अधिवक्ता ने किया। कार्यक्रम का संचालन कवि अनूप त्रिपाठी ने किया कार्यक्रम की ऊंचाई दिलाने में कवियों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वालों में मुख्य रुप से वरिष्ठ कवि अनीस देहाती, प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम, सुरेश दुबे व्योम ,अरुण रत्नाकर ,हरिवंश शुक्ल शौर्य, चंद्रशेखर शुक्ल विकास, संतोष मिश्र आदि रहे।
राष्ट्रीय उन्नयन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज कुमार पाल ने स्वर्गीय पंडित सूर्य बली पांडे के जीवन शैली पर चर्चा करते हुए कहा कि हमें ऐसे महापुरुषों की पदचिन्हों पर चल कर एक अच्छे समाज का निर्माण करते हुए राष्ट्र को ऊंचाई पर ले जाने की सीख लेनी चाहिए। विशिष्ट अतिथि प्रशांत शुक्ल ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से एक तरफ जहाँ अपने महापुरुषों के विषय में जानकारी मिलती है वहीं युवाओं मे उनके पदचिन्हों पर चलने का जोश भी पैदा होता है । अपने अध्यक्षीय भाषण में लोकतंत्र रक्षक सेनानी पंडित राम सेवक त्रिपाठी एडवोकेट प्रशांत ने पंडित सूर्यवली पांडे के साथ आपातकाल में जेल में बिताए पलों का याद ताजा करते हुए लोगों के बीच साझा किया। आपने कहा पंडित जी त्याग तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। 1977 में जनता पार्टी से लोकसभा का टिकट मिला तो आपने कहा चुनाव झगड़े की जड़ है इसलिए चुनाव नहीं लड़े।
कार्यक्रम के आयोजक पंडित ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास जी महाराज ने कहा कि हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए । उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से हमें जहां पिताजी के बताए रास्ते पर चलकर गरीबों की सेवा का अवसर मिलता है वही समाज के के प्रति अच्छी सोच रखने वाले लोगों को सम्मानित करने का भी अवसर प्राप्त होता है जो कि मेरे लिए सौभाग्य की बात होती है। आयोजक द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम् से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम आयोजन सहयोगी प्रधानाचार्य निर्मला पांडे ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित डॉ प्रशांत शुक्ला प्रबंधक ग्रामीण विद्यालय, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वहू पार्वती देवी तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित राजेंद्र शुक्ला एडवोकेट एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित प्रीति मिश्रा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित अनुराग त्रिपाठी का माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम् से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्य रुप से विश्वम प्रकाश पांडे , हेमंत शुक्ल, देवेंद्र ओझा एडवोकेट परमानंद एडवोकेट, जे पी पांडे, राजेंद्र प्रताप सिंह, उदय प्रताप सिंह, राजेंद्र शुक्ला, रमाकांत शुक्ल,सी बी सिंह नरसिंह बहादुर सिंह कैलाश नाथ शुक्ला , जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मणपुर तृतीय उमा सिंह के पति प्रबंधक जय राजकुंवरि बाबा पारस पाल सिंह महाविद्यालय लीलापुर कमलेश बहादुर सिंह, प्रबंधक ब्राम्ही बालिका विद्यालय वृजेंद्र सिंह उर्फ बबलू, इं अनामिका पांडे, इंजीनियर पूजा पांडे, डॉक्टर अंकिता पांडे, मोमिना, रितु पांडे शिवम मिश्रा, फौजी गोविंद पांडे राम मनोहर पांडे विनोद पांडे सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।