‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता, खासकर नौकरी में आरक्षण के तो बिल्कुल खिलाफ हूं’- पं० नेहरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू आरक्षण के खिलाफ थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए बुधवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी थी और ये उस समय देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है। मैं इसका अनुवाद पढ़ रहा हूं।
मोदी इसी चिट्ठी का अनुवाद पढ़ते हुए कहते हैं, ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे और दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। ये पंडित नेहरू की मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी है।’ पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए मैं कहता हूं कि ये जन्मजात आरक्षण के विरोधी हैं। नेहरू कहते थे कि अगर एससी-एसटी-ओबीसी को नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। आज ये लोग जो आंकड़ें गिनाते हैं ना, उसका मूल यहां हैं। उस समय इन लोगों ने इसे रोक दिया था।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रांची में सोमवार को रैली करते हुए वादा किया था कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर जाति आधारित जनगणना होगी। साथ ही हम आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा देंगे। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब जाति आधारित जनगणना की मांग उठी और ओबीसी, दलितों और आदिवासियों को अधिकार देने का समय आया तो प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई जाति नहीं है, लेकिन जब वोट लेने का समय आता है तो वह कहते हैं कि वह ओबीसी हैं।