राजा मधुकर शाह पर लिखी पुस्तक सौपी प्रबल प्रताप सिंह तोमर को

बन्देलखण्ड के जनपद ललितपुर नाराहट जागीर के राजा मधुकर शाह पर श्री गोविंदा नामदेव जी द्वारा लिखी गई थी उक्त पुस्तक का विमोचन सदी के महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा किया गया था। बुंदेलखंड के नायक मधुकर शाह बुंदेला की वीर गाथा पर लिखी गई थी। वह पुस्तक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सुपुत्र प्रबल प्रताप सिंह तोमर को दिल्ली पहुंचकर समाजसेवी ध्रुव प्रताप सिंह बुंदेला द्वारा भेंट की गई पुस्तक में वीर योद्धा मधुकर शाह बुंदेला की वीरता का पूरा वर्णन दिया गया है।उक्त महराज ने नाराहट ललितपुर से लेकर सागर एवं संपूर्ण बुंदेलखंड मैं अंग्रेजों से लड़े थे एवं लड़ते-लड़ते फांसी पर झूल गए थे।आज भी मधुकर शाह की सागर में समाधि स्थल है। एवं आसपास के वार्ड एवं पार्क का नाम उनके नाम पर रखा गया है मधुकर शाह वार्ड एवं मधुकर शाह पार्क गोपालगंज सागर में स्थिति है।उक्त पुस्तक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे प्रबलप्रताप सिंह तोमर को सप्रेम सौपी गयी।

ये बात तो सर्वविदित है कि स्वतंत्रता संग्राम की पहली क्रान्ति सन 1857 में हुई थी। लेकिन यह बात भी सही है कि अंग्रेजों के खिलाफ ठीक पन्द्रह वर्ष पहले बुन्देला विद्रोह के साथ एक चिंगारी फूंकी गयी थी। बुन्देलखण्ड के अंतिम छोर पर बसे ललितपुर जनपद के नाराहट में जन्में राव परिवार के मुख्य स्तम्भ मधुकर शाह ने बुन्देली विद्रोह की अगुवाई करते हुये अंग्रेजो से जमकर लोहा लिया था।

उनके जीवन पर आधारित पुस्तक का मुम्बई में फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के अलावा कई फिल्म अभिनेताओं ने विमोचन किया था। विमोचन समारोह में अमिताभ बच्चन ने बुन्देली विद्रोह के अगुवा मधुकर शाह की छठवीं पीढ़ी के वंशज कुँ.विक्रम शाह को भी मंच पर आमंत्रित करते हुये सम्मानित किया था।

रिपोर्ट : राहुल साहू

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