“कच्चे धागे” स्टारर सैफ और कैंसर विजेता मनीषा कोइराला की अनसुनी कहानी !
सैफू और कोइराला की एक साथ पहली फिल्म “कच्चे धागे” थी |
सैफ अली खान हिंदी सिनेमा जगत के एक प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता है| सैफ का जन्म 16 august 1970 को नई दिल्ली में पटौदी खंडन में हुआ | इनके पिता मंसूर अली पटौदी जो भारतीय क्रिकेट के प्रमुख बल्लेबाज थे और माता शर्मीला टैगोर हिंदी सिनेमा जगत की अभिनेत्री है | इनकी दो बहने सबा अली खान और सोहा अली खान है | इन्होने इंग्लैंड के लारेंस स्कूल और सनावर व पार्क स्कूल से शिक्षा प्राप्त की |
वैवाहिक जीवन
सैफ अली खान की दो शादियाँ है एक 1991 में अमृता सिंह से जिनसे 2004 में तलाक हुआ | अमृता से दो संतान सारा अली खान और इब्राहीम अली खान हुए | दूसरी शादी 2012 में करीना कपूर से हुई जिनसे तैमूर अली खान संतान हुआ |
फ़िल्मी कैरियर
1992 में परम्परा फिल्म से ये अपना फ़िल्मी कैरियर का आगाज किया | तत्पश्चात अपने करियर में आगे बढते चलते गए |
मुख्य फ़िल्में : आशिक आवारा ,ये दिल्लगी ,मई खिलाड़ी तू अनाड़ी ,आरजू, कच्चे धागे , LOC कारगिल, कल हो ना हो , परिणीता , ओमकारा ,रेस ,लव आज कल ,आरक्षण , फैंटम आदि
पुरष्कार और सम्मान
आशिक आवारा (FilmFare Best Actor Award )
दिल चाहता है ( FilmFare Best Side Actor Award )
कल हो ना हो ( FilmFare Best Side Actor Award )
ओमकारा (Filmfare Best Villain Award )
2010 में सैफ अली खान को भारत का चतुर्थ सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया |
मनीषा कोइराला हिंदी सिनेमा जगत की प्रथम नेपाली अभिनेत्री है | इन्होने हिंदी के साथ-साथ नेपाली ,तमिल तेलुगु ,कन्नड़ आदि में अभिनय कर चुकीं है इनका जन्म 16 August 1970 को काठमांडू नेपाल में हुआ था | इनके पिता प्रकाश कोइराला जो नेपाल के पूर्व कैविनेट मंत्री भी रह चुके है | इनकी माता का नाम सुषमा कोइराला है | इनके दादा विशेश्वर प्रसाद कोइराला जो नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके है| वाराणसी के वसंत कन्या महाविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर नई दिल्ली में आर्मी स्कूल से इंटरमिडीएट की शिक्षा प्राप्त की | ये डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन इन्होने अपना करियर फ़िल्मी दुनिया में चुना | इनका विवाह नेपाल के Bussinessman सम्राट दहाल से हुआ | 2012 में ये Cancer से पीड़ित थी लेकिन इस खतरनाक बीमारी से जल्द ही जीत लिया |
फ़िल्मी सफर
फेरी भेटोला नेपाली फिल्म से कैरियर का आगाज कर मनीषा ने सौदागर फिल्म से हिंदी फिल्म जगत में कदम रखा और अपने समय के प्रमुख अभिनेत्रियों में से एक रही |
मुख्य फिल्म: सौदागर , यलगार ,संगदिल सनम ,अकेले हम और अकेले तुम , दुश्मनी ,इन्डियन(तमिल) ,दिल से ,खामोसी , कच्चे धागे ,हिंदुस्तान की कसम ,सलाखें , भूत आदि |
खामोशी के लिए इनको Star Screen Best Actress का पुरस्कार भी मिल चूका है |
संकलन : विनीत त्रिपाठी