कासगंज: सोरों को तीर्थ स्थल घोषित कराने को लेकर 15 अगस्त से चरणबद्ध आंदोलन शुरू ।
मुख्यमंत्री के नाम उप जिला अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
कासगंज प्राचीन व पवित्र स्थान सोरों शूकर क्षेत्र को सरकारी तौर पर तीर्थ स्थल का दर्जा दिलाए जाने के लिए एक बार फिर तीर्थ वासियों ने आंदोलन के रूप में 15 अगस्त से हुंकार भरी है जिसकी शुरुआत आज मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी रमाकांत वर्मा को सौंपकर की।
ज्ञापन के दौरान अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ अध्यक्ष भूपेश शर्मा ने बताया कि जब से योगी सरकार बनी है तब से पवित्र तीर्थ सोरों विकास के नाम पर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है जबकि जुलाई 2018 में तीर्थ स्थल घोषित करने को लेकर हुए आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री के एटा आगमन पर उनके ऑफिस से ट्विटर अकाउंट के माध्यम से पर्यटन स्थल के रूप में विकास करने का घोषणा की गई थी लेकिन आज दिन तक विकास के नाम पर इस पवित्र स्थान की कोई भी खोज खबर नहीं ली।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यशैली ने ही हम सभी तीर्थवासियों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने के लिए मजबूर कर दिया है उन्होंने बताया कि यह आंदोलन पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण तरीके से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए किया जाएगा।
अनीता उपाध्याय ने बताया कि आंदोलनों के पहले चरण में 15 अगस्त से 30 सितंबर तक प्रदेश सरकार को 21000 पोस्ट कार्ड यूपी मांग पत्र भेजे जाएंगे 2 अक्टूबर को सांकेतिक मौन धरना 4 अक्टूबर को मातृशक्ति का धरना 6 अक्टूबर से तीन दिवसीय क्रमिक अनशन और 10 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन होगा दिया ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से अनीता उपाध्याय अशोक पांडे कपिल पंडित रामदास मैथिल अभय राज मिश्रा आज 6सदस्य मौजूद थे।