सावधान…कहीं केमिकल युक्त हरी-भरी सब्जियां बिगाड़ न दें आपकी सेहत, जाने खाने से हम कौन से रोग को दे रहे है आमंत्रण
दुकानों पर सजी हरी, सामान्य आकार से बड़ी और खूबसूरत दिखनेवाली सब्जियों को लेकर जरा सतर्क हो जाएं. क्योंकि ये हाइब्रिड सब्जियां हैं, जिन्हें अधिक मुनाफे के लिए इन दिनों धड़ल्ले से उगा कर बाजार में लाया जा रहा है। वजह यह है कि मुनाफा कमाने के चक्कर में सब्जी उत्पादक किसान से लेकर सब्जी व्यापारी इन हरी सब्जियों में खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो सब्जी उत्पादन से लेकर बाजार तक में इन हरी सब्जियों को खूबसूरत और ताजा दिखाने के चक्कर में कीटनाशक दवाओं से लेकर अन्य खतरनाक रसायनों का अंधाधुंध प्रयोग किया जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए जिम्मेदारी भी तय की गई, लेकिन जिम्मेदार शासन के आदेश आने का इंतजार कर रहे हैं।
गन्ने में इस्तेमाल होने वाली दवा का सब्जी उत्पादन में हो रहा इस्तेमाल
आजकल सब्जी उत्पादक किसान सब्जी फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए कोराजेन दवा का इस्तेमाल करते हैं। दरअसल कोराजेन नाम की कीटनाशक दवा गन्ने की फसल को कीड़ों से बचाती है। खैर गन्ना तो लगभग लगभग एक वर्षीय फसल है, लेकिन अधिकांश सब्जी उत्पादक किसान इस कीटनाशक दवा का इस्तेमाल उन सब्जियों की फसलों में भी कर रहे हैं जो दो से तीन या चार महीने के अंदर ही तैयार हो जाती है। इससे कीटनाशक दवा का कुछ अंश सब्जियों के अंदर रह जाता है, जो लोगों के पेट तक पहुंच जाता है। चूंकि दवा के इस्तेमाल से इन सब्जियों के आकार या रंग में परिवर्तन नहीं होता है, ऐसे में लोग भी इनकी पहचान नहीं कर पाते। इन सब्जियों के लगातार सेवन से लोग धीरे-धीरे बीमारियां की गिरफ्त में आ रहे हैं।
अहम जानकारी
- केमिकल व गंदे पानी से धुलनेवाली सब्जी को पकड़ने का जिम्मा खाद्य सुरक्षा विभाग का है.
- जानकारी अधिकारियों को है, मगर वे इसकी परवाह ही नहीं करते
- सेहत पर डाल रहीं हैं बुरा असर, किडनी के लिए हैं सबसे अधिक नुकसानदेह
- सब्जियों को ताजा दिखाने के लिए करते हैं रंग का प्रयोग
- रंगी हुई और ऑक्सीटोसिन की सुई वाली सब्जियां का किया जा रहा कारोबार
एक्सपर्ट की राय
आकार बढ़ाने के लिए भी खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल
जानकारों की मानें तो खेत से बाजार में आने के बाद इन सब्जियों को और अधिक चमकदार और ताजा दिखाने के लिए उनमें केमिकल युक्त रंग लगाया जा रहा है। लौकी और बैंगन के अलावा अन्य सब्जियों का कम समय में आकार बढ़ाने के लिए भी खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कारोबारी मोटा मुनाफा कमाने के लिए सब्जियों को रातों रात केमिकल लगाकर उन्हें चमकदार बनाने के बाद सुबह बेचते हैं। डॉक्टरों की मानें तो केमिकल युक्त सब्जियां पेट में एसिडिटी बनाकर लिवर और किडनी पर भी असर डाल रही हैं।