मोदी सरकार के इन योजनाओं के प्रति आम जनमानस में आक्रोश, विपक्ष की भूमिका जनता ही निभाएगी, आगे भी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा:- प्रशांत किशोर
राजनितिक रणनीतिकार व जनसुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि आने वाले दिनों में विपक्ष की कमजोर होती स्थिति के बीच विपक्ष की भूमिका जनता ही निभाएगी। उन्होंने बताया कि साल 2014-2019 के बीच जनता ने जमीन अधिग्रहण बिल पर जमकर विरोध किया। इस मामले पर सरकार अध्यादेश लाती रही। लेकिन अंत में सरकार को बैकफुट पर आना ही पड़ा। यहां प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में एकमात्र विरोध प्रदर्शन था। वहीं 2019-2024 के बीच यानी दूसरे कार्यकाल में सरकार और मजबूती से आई। लेकिन विरोध के आंकड़ों में भी मजबूती से बढ़ोतरी हुई।
प्रशांत किशोर के अनुसार मोदी सरकार को अपने दूसरे कार्यकाल में तीन बार जनता के सामने झुकना पड़ा। इनमें कृषि कानून, CAA-NRC का विरोध और SC-ST एक्ट शामिल हैं। प्रशांत किशोर ने कहा, ‘सरकार ने कृषि कानून वापस लिए, CAA-NRC को लागू करने में देरी और SC-ST एक्ट के चलते भी सरकार को 7-8 दिनों में अपने कदम वापस लेने पड़े। ऐसे ही आगामी कार्यकाल को लेकर अनुमान जताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आने वाले समय में ऐसे और विरोध प्रदर्शन हमें देखने को मिलेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगले पांच सालों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था, GST से नुकसान और आरक्षण से संबंधित बेरोजगारी से जुड़े मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिलेगा। उन्होंने वर्तमान में चल रही लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन पर बोलते हुए कहा कि, मुझे लगता है कि BJP को पिछले लोकसभा चुनाव में जितनी सीटें मिली थी इस बार भी उसके आस पास ही रहने वाली है।