योगी सरकार का बड़ा दांव, ब्राह्मणों के लिए जीवन बीमा के साथ-साथ मेडिकल इंश्योरेंस भी करायेगी सरकार
यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। जिसमे प्रमुख मुद्दा ब्राह्मण वोट बैंक है। सभी राजनीतिक पार्टियों की नज़र ब्राम्हणो के बेड़े तबके पर है। कानपुर वाले विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से यूपी सरकार पर ब्राम्हण विरोधी होने का आरोप लगता आ रहा है। सभी एक दूसरे से बढ़ कर अपने आप को ब्राम्हणो का हितैषी दिखाने में जुटे हैं। इसी बीच योगी सरकार ने बड़ा दांव चलते हुए सबको चित करने का प्रयास किया है। मूर्ति विवाद से हट कर योगी सरकार ने ब्राम्हणो का भविष्य सुरक्षित करने पर ध्यान दिया है।
भाजपा लाइफ इंश्योरेंस के साथ मेडिकल इंश्योरेंस भी देगी:
भाजपा विधायक उमेश द्विवेदी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हमारी पार्टी यूपी के गरीब ‘ब्राह्मणों’ का जीवन बीमा कराएगी। उमेश द्विवेदी का कहना है कि इसके लिए पार्टी पूरा खाका तैयार कर रही है। बीमा का प्रस्ताव लगभग तैयार भी हो चुका है और जल्दी ही मुख्यमंत्री योगी जी के सामने रखा जाएगा। जीवन बीमा ही नहीं बल्कि बीजेपी ब्राह्मणों के लिए मेडिकल इंश्योरेंस कराने का भी प्लान है।
भगवान परशुराम के जवाब में योगी सरकार का ‘भविष्य सुरक्षा’ प्लान:
पिछले कुछ दिनों से यूपी में भगवान परशुराम पर जंग छिड़ी हुई है। सपा बसपा और कांग्रेस ब्राह्मण कार्ड खेलने में जुटी हैं। ऐसे में बीजेपी ने अपना नया दांव चलते हुए गरीब तबके के ब्राम्हणो के लिए जीवन बीमा और मेडिकल इंश्योरेंस लेकर आई है। सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने परशुराम की मूर्ति बनवाने की बात की। फिर बसपा सुप्रीमो बहन मायावती भी इस ब्राम्हण पटाओ जंग में कूद पड़ी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इससे भी भव्य मूर्ति बनवाएगी। कांग्रेस पार्टी ने भी मौके पर चौका मरते हुए योगी सरकार को परशुराम जयंती की छुट्टी रद्द करने पर घेर लिया और उन्हें ब्राम्हण विरोधी कहा। इन सबसे बढ़कर योगी सरकार का यह दांव कितना कारगर साबित होता है यह तो समय ही बताएगा।
मायावती ने कहा बीमा के बहाने सरकार अपनी कमियां छिपा रही है:
बसपा अध्यक्ष मायावती ने सरकार के इस कदम की पीछे उनकी मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि योगी सरकार अपनी कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। इससे यह साबित होता है कि ब्राम्हणो के लिए सरकार ने कुछ नही किया है।
यूपी भाजपा सरकार द्वारा गरीब ब्राह्मणों का बीमा कराने की बात इस वर्ग के प्रति केवल अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए ही लगता है, जबकि ब्राह्मण समाज को वास्तव में बीमा से पहले उन्हें सरकार से अपने मान-सम्मान व पूरी सुरक्षा की गारण्टी चाहिए। सरकार इस ओर ध्यान दे तो बेहतर है।
— Mayawati (@Mayawati) August 17, 2020