महाकुंभ 2025: जानिए कौन-कौन से प्रमुख अखाड़े शाही स्नान में शामिल होते हैं
महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों के संत और साधु स्नान के लिए आते हैं। ये अखाड़े सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार साधु-संतों के संगठन हैं। महाकुंभ में स्नान का विशेष महत्व है, और हर अखाड़ा अपने तय समय पर स्नान करता है। प्रमुख अखाड़ों को मुख्य स्नान के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
महाकुंभ में शामिल होने वाले प्रमुख अखाड़े:
1. शैव अखाड़े (शिव भक्तों के संगठन):
• जूनापंथ अखाड़ा
• निरंजनी अखाड़ा
• महानिर्वाणी अखाड़ा
• आवाहन अखाड़ा
• अतल अखाड़ा
2. वैष्णव अखाड़े (विष्णु भक्तों के संगठन):
• निर्मोही अखाड़ा
• निर्वाणी अखाड़ा
• दिगंबर अखाड़ा
3. उड़िया अखाड़े (तंत्र और योग से जुड़े):
• निर्मल अखाड़ा
• संजय अखाड़ा
4. सिख अखाड़ा:
• निर्मल अखाड़ा (सिख परंपरा से जुड़े संत)
महाकुंभ में स्नान की परंपरा:
• पहला शाही स्नान सबसे प्रमुख होता है, जिसमें अखाड़े के संतों का भव्य जुलूस निकलता है।
• प्रत्येक अखाड़े का अपना समय निर्धारित होता है और उन्हें स्नान करने के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
• साधु-संतों के साथ नागा साधु, जिन्हें निर्वस्त्र होकर स्नान करने की परंपरा है, विशेष आकर्षण का केंद्र होते हैं।
यह परंपरा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह सनातन धर्म की प्राचीन धरोहर को भी दर्शाती है।