यूपी पंचायत चुनाव: मतदेय स्थलों और बूथों का सत्यापन कार्य हुआ शुरू, व्यवस्थाओं की मांगी गई रिपोर्ट
लखनऊ: यूपी में ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर आजकल सर्गमियाँ तेज हो गई हैं। आये दिन कुछ न कुछ खबर निकल कर आ रही है। उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने ग्राम पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची जारी कर दी है। हालांकि प्रत्याशियों द्वारा नई आरक्षण सूची का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश पंचायत एवं नगरीय निकाय ने अपने निर्देश में कहा है कि किसी व्यक्ति को किसी प्रत्याशी के रूप में खड़े होने या न होने देने, मतदाताओं को मतदान करने या न करने के लिए दबाव देने या किसी भी प्रकार के गिफ्ट उपहार देने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वही प्रशासन ने अपनी तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए यह भी व्यवस्था कर ली है कि कहां-कहां और कितने केंद्र व बूथ पर वोट डाले जायेंगे। यह रिपोर्ट के आधार पर केंद्र तय किये जा चुके हैं। जहां प्रधानी से लेकर वार्ड मेम्बर से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक का मतदान कराया जायेगा। जहाँ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की वोटिंग कराई जाएगी।
अभी राज्य निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी नहीं की है इसके बावजूद जिला निर्वाचन विभागा और प्रशासन ने मतदान कराने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बदायूं जिले की पांच तहसीलों के 1,037 ग्राम पंचायतों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का मतदान कराया जायेगा। प्रशासन ने मतदान केंद्र और बूथ तय करने के बाद अब रिपोर्ट शासन को भेज दी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निर्वाचन विभाग पहले ही एसडीएम और बीडीओ से सत्यापन करा चुका है। रिपोर्ट मिलते ही निर्वाचन आयोग व जिला निर्वाचन विभाग ने मतदान केंद्रों पर बिल्डिंग की रिपोर्ट मांगी है। जिसमें एसडीएम और बीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है कि जिन-जिन केंद्रों को बनाया है वहां-वहां बिल्डिंग की क्या स्थिति है। शौचालय और पानी पीने की क्या व्यवस्था है इसकी भी रिपोर्ट मांगी है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर सभी प्रत्याशियों ने कमर कस ली है। सरकार द्वारा अप्रैल से मई के बीच पंचायत चुनाव कराने की घोषणा के बाद अब हर पंचायत में विभिन्न पदों के प्रत्याशियों ने भ्रमण शुरू कर दिया है।उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने ग्राम पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची जारी कर दी है। यूपी पंचायत चुनाव के मद्देनजर जारी की गई वोटर लिस्ट में 12 करोड़ 27 लाख 99 हजार 686 वोटर हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले पांच सालों में वोटरों की संख्या में 84 लाख बढ़ोत्तरी हुई है।