पीड़ित परिवारों को प्रदेश सरकार कम से कम पांच लाख रुपये और सरकारी नौकरी दे : एस के राय

उत्तराखंड के चमोली में हिमखंड टूटने के बाद ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया। इससे से गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इसके साथ ही वहां काम कर रहे कई मजदूरों के बहने की आशंका है। राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस हादसे में करीब 125 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। इनमें ज्यादात्तर निर्माणाधीन हाइड्रो प्रोजेक्ट के मजदूर व कर्मचारी शामिल हैं और पूरा टर्नल मलबे से भर गया। आपको बता दे कि ग्लेशियर टूटने से रैणी गांव के पास ऋषिगंगा प्रोजेक्ट व इससे पांच किमी नीचे एनटीपीसी प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है।

समाजवादी पार्टी के उत्तराखंड कोषाध्यक्ष एस के राय ने कहा कि उनकी पूरी संवेदना पीड़ित परिवारों  के साथ है साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को प्रदेश सरकार कम से कम पांच लाख रुपये तथा परिवार में किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे।  श्री राय ने कहा कि सरकारी खजाने आम लोगो के द्वारा दिए गए टैक्स से भरते है तो उन पीड़ित लोगो पर इतनी छोटी धनराशि तो खर्च की ही जा सकती है। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास करने में तो फिसड्डी है ही लेकिन इस आपदा में हम सरकार से उम्मीद करते है कि पूरी ईमानदारी से प्रभावितो तक राहत कार्य  पहुंचाए।

एस के राय ने कहा कि वो पीड़ित परिवारों से स्वयं मिलने जायेंगे और उनको हर संभव मदद दिलवाने का प्रयास करेंगे।  उन्होंने बताया कि ये 2013 के बाद बड़ी आपदा है। इसमें भी भारी जान माल का नुकसान होने की आशंका है।  इतनी बड़ी तबाही अतिदुःखद है।

वही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, उत्तराखंड त्रासदी में जो लोग फँसे हुए हैं उनको बचाना व जो लापता हैं उनकी तत्काल खोज करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उत्तराखंड में हम अपने सभी लोगों से अपील करते हैं कि वो आगे आकर प्रभावित लोगों की और राहत कार्यों में लगे बचाव दल की हर संभव मदद करें।

 

 

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