राम मंदिर सर्वोपरि, सत्ता रहे या जाए कोई परवाह नही : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उनकी तीन पीढ़ियां श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित रही हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद जब वह अयोध्या आना चाहते थे, तो नौकरशाही का एक बड़ा वर्ग उन्हें रोकने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा, “कुछ लोग कहते थे कि अयोध्या जाने से विवाद खड़ा होगा। मैंने कहा, अगर विवाद खड़ा होता है तो होने दीजिए, लेकिन अयोध्या के बारे में सोचना जरूरी है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ लोगों ने उन्हें राम मंदिर के मुद्दे को लेकर भी चेताया था। इस पर योगी ने जवाब दिया, “क्या हम सत्ता के लिए आए हैं? अगर राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़े तो कोई समस्या नहीं।”

रामलला और बजरंगबली का दर्शन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार सुबह 9:30 बजे हेलीकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने रामलला और बजरंगबली के दर्शन किए।

युवाओं के लिए विकास योजनाओं का ऐलान

इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामकथा पार्क में आयोजित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत लाभार्थियों को ऋण वितरित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देना है।

विकास कार्यों की समीक्षा और प्लांट विस्तार का लोकार्पण

दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री ने अयोध्या के आयुक्त कार्यालय सभागार में प्रशासनिक और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। इसके बाद दोपहर 1:25 बजे अमृत बाटलर्स में आयोजित प्लांट विस्तारीकरण कार्यक्रम में शामिल होकर इसका लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा अयोध्या के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व को नए स्तर पर ले जाने के साथ ही विकास कार्यों को गति देने वाला साबित हो रहा है।

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