बलिया में टीचर की शर्मनाक करतूत, बच्चों से साफ कराया टॉयलेट, VIDEO वायरल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की सुव्यवस्थित पढ़ाई को लेकर पूरे प्रदेश को स्पष्ट निर्देश है। वहीं,बलिया जिले में सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है।  वायरल वीडियो में छात्रों से स्कूल का शौचालय साफ कराया जा रहा है, तो कुछ छात्र बाल्टी में पानी भरकर शौचालय के सीट की सफाई करते नजर आ रहे है। यह वायरल वीडियो सोहाव क्षेत्र के पीपरा कला प्राथमिक विद्यालय 1 का बताया जा रहा है। बता दें कि,सीएम की सख्ती के बावजूद इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक प्रधानाचार्य निलंबित

सूत्रों के मुताबिक वीडियो सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीराम सिंह ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। ज्ञात हो कि वायरल वीडियो बुधवार का शिक्षा क्षेत्र सोहांव के प्राथमिक विद्यालय पिपरा कला 1 का बताया जा रहा है। वाइरल वीडियो में कुछ बच्चे शौचालय साफ करते नजर आ रहे हैं।

प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी का कार्यवाही का आश्वासन

प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश कुमार झा ने वायरल वीडियो को लेकर कहा है कि वीडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी और पुष्टि होने के बाद जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी उसमे कोई कमी नही होगी। श्री झा ने कहा कि वीडियो में दिख रहा है कि बच्चे बाल्टी में पानी लेकर शौचालय में अंदर जा रहे हैं, वहां शिक्षक भी खड़े हैं. ये वीडियो कहां का है ये खंड शिक्षा अधिकारी को जांच के लिए कहा गया है, जानकारी हो कि ये वीडियो सोहांव के प्राथमिक विद्यालय पिपरा कला 1 का बताया जा रहा है इसलिए वहां भी जाकर जांच की जाएगी, वीडियो सही निकलेगा तो खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
इसमे बीईओ का कहना है कि उनके द्वारा व्हाट्सएप पर मैसेज किया गया था कि स्वच्छता अभियान के तहत सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि यदि किसी बच्चे को जबरदस्ती सफाई कराई जाती है तो यह पूरी तरह से गलत होगा।

जानिए क्या हैं पूरा मामला?

इस दौरान सहायक टीचर का कहना है कि प्रिंसिपल सर ने कहा कि ऊपर से स्कूल की साफ-सफाई का आदेश आया है। जहां सफाई के लिए बच्चों को टायलेट में घुसाया जा रहा था, बच्चे जा नहीं रहे थे, इसलिए 3 बच्चों को जबरदस्ती बाथरूम में घुसा कर सफाई कराई गई थी। जबकि खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि उनके द्वारा व्हाट्सएप पर मैसेज जरूर दिया गया था कि स्वच्छता पखवाड़ा के तहत स्वच्छता अभियान में सामुदायिक सहभागिता सभी लोगों की सुनिश्चित की जाए, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। लेकिन उन्होंने यह भी कहा था कि अगर, किसी बच्चे को जबरदस्ती सफाई अभियान में शामिल किया जाता है तो यह पूरी तरह से गलत होगा।

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