पंडित राम लखन तिवारी परम राम भक्त थे :- धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास
प्रतापगढ़ भगवा गृहस्थ संत स्वर्गीय पंडित राम लखन तिवारी जी की पांचवीं पुण्यतिथि संत दिवस के रूप में धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास की अध्यक्षता में मनाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राजेंद्र मौर्य विधायक सदर एवं शिव प्रकाश मिश्रा सेनानी सदस्य प्रदेश समिति भाजपा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सर्वप्रथम स्व तिवारी जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन करके माल्यार्पण किया गया। मीरा तिवारी की सरस्वती वंदना से वातावरण गुंजायमान हो गया।मुख्य अतिथि राजेंद्र मौर्य ने कहा कि तिवारी जी अपने जीवन में एक ईमानदार कर्मठ कर्मचारी रहते हुए सामाजिक सेवा में लगे रहे। गरीबों की सेवा करना दूसरों का सम्मान करना उनका सदा उद्देश्य रहा।
अध्यक्षता कर रहे धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि तिवारी जी परम श्री राम भक्त थे आपको बैकुंठ वास मिला। आप एक सद्गृहस्थ संत थे। आपका जीवन एक चमकते हुए शीशे की भांति था। सरलता सुचिता दयालुता एवं करुणा की आप प्रतिमूर्ति थे। अपने पिता एवं पितरों के लिए जो कोई कुछ करता है वह पुत्र कहलाने के योग्य है अन्यथा वह पुत्र कहलाने का अधिकारी नहीं है। शिव प्रकाश मिश्र सेनानी एडवोकेट विशेष अतिथि ने कहा कि हमें अपने माता-पिता की सेवा करना चाहिए। माता-पिता के न रहने पर जो उन्हें याद करता है वह बंदनीय है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि डॉ संगम लाल त्रिपाठी भंवर राज नारायण शुक्ल राजन डॉ श्याम शंकर शुक्ला श्याम सुरेश संभव सुरेश दुबे व्योम राही जी बाबू पांडे राजेश प्रतापगढ़ी प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम डॉक्टर चंद्रकांत त्रिपाठी अर्चना सिंह आदि कवियों ने काव्य पाठ के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित किया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में वरिष्ठ पत्रकार मनोज तिवारी डॉक्टर अमित पांडे प्रधानाचार्य डॉक्टर प्रमोद तिवारी डॉक्टर मनोज शुक्ला स्वामी रामकृष्ण रामानुज दास अरविंद पांडे बद्री विशाल तिवारी सत्य कुमार तिवारी अनिल त्रिपाठी प्रवात प्रभात कुमार तिवारी भृगु संहिता आचार्य विपिन मिश्रा राजेश कुमार तिवारी आशीष तिवारी देवेश तिवारी विवेक ओझा ज्ञानेश तिवारी संतोष नारायण मिश्रा लाल तिवारी राजेंद्र तिवारी ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आपको एक महामानव बताया। कार्यक्रम के आयोजक पंडित विशाल नाथ तिवारी ने समस्त अतिथियों को अंगवस्त्र एवं माल्यार्पण कर तथा पुष्प पक्ष देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि अनूप उपाध्याय अनुपम ने किया।